अगर आप अल्कोहल को दवा के रूप मैं लेते है और सिर्फ उचित अनुपात में शराब का सेवन करते हैं तो इसके कुछ फायदे हो सकते है , सदियों से मनुष्य किसी न किसी रूप में मदिरा का सेवन करते आ रहे हैं, और तभी से उसके गुण और दोषों के बारे में चर्चा भी होती हैl

शराब के दुष्परिणाम, शराब के नुकसान, एल्कोहल के फायदे, शराब पीने के फायदे और नुकसान, दारु पीने से क्या होता है, शराब कितनी पीना चाहिए, खाली पेट शराब पीने के नुकसान

  1. तनाव भी काम करता है अल्कोहल – अल्कोहल की थोड़ी मात्रा, मस्तिष्क की कोशिकाओं को और अधिक मज़बूत बनाती है, जो तनाव आदि विकसित होने से रोकती है.
  2. एल्कोहल हृदय रोगों के होने का खतरा कम होता है – शराब हृदय रोगों को काम कर सकता है , कुछ रिसर्च भी यही कहती है जैसे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के पब्लिक हेल्थ स्कूल में एक स्टडी में पाया गया कि अगर शराब को सीमित मात्रा में पीते है तो ये अच्छे कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ता है जो दिल को रोगों के प्रति सुरक्षा प्रदान करता है. शराब की सीमित मात्रा से इंसुलिन में बेहतर संवेदनशीलता आती है जो रक्त के थक्के ज़माने वाले कारकों को प्रभावित करता है. इसके कारण हृदय की धमनियों, गर्दन और मस्तिष्क को ब्लॉक करने वाले थक्के नहीं जमते और हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है.
  3. एल्कोहल जीवनकाल बढ़ा सकता है – शराब पीने से आपकी जीवन की अवधि में भी बढ़ौतरी हो सकती है. एक अध्ययन में यह बताया गया है कि कभी-कभी ड्रिंक करने वाले पुरुषों द्वारा दिन में कम से कम दो ड्रिंक और महिलाओं के लिए एक या डेढ़ ड्रिंक पीने से मृत्यु की संभावना 18 प्रतिशत तक कम होती सकती है. एल्कोहल विशेषज्ञों के अनुसार,अगर आप खाना खाते समय थोड़ी मात्रा में ड्रिंक करे तो ये ड्रिंक करने का सही तरीका होता है.
  4. इससे सेक्सुअल लाइफ में भी सुधार होता है – एक शोध में यह पाया गया है कि जिस प्रकार रेड वाइन दिल के रोगों में फायदेमंद होती है ठीक उसी प्रकार शराब से नपुंसकता में भी सुधार होता है. जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित 2009 के एक स्टडी के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि शराब पीने वालों में 25 से 30 प्रतिशत तक नपुंसकता की समस्या में कमी आयी.
  5. ठण्ड से भी बचाता है – अल्कोहल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है.शराब ठण्ड जैसे की सर्दी जुकाम से भी बचाता है कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान विभाग के मुताबिक, जहां धूम्रपान की वजह से सर्दी जुकाम होने की सम्भावना बढ़ती है वहीं सीमित मात्रा में शराब का सेवन करने से आम सर्दी जुकाम बहुत कम होती है. यह अध्ययन 1993 में 391 वयस्कों के साथ आयोजित किया गया था. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, 2002 में स्पैनिश शोधकर्ताओं ने पाया कि हर हफ्ते आठ से 14 गिलास वाइन पीने से, विशेष रूप से रेड वाइन, मौसम बदलने पर होने वाली आम सर्दी खांसी में 60 प्रतिशत की कमी होती है. ऐसा अल्कोहल के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण होता है.
  6. अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया – अल्कोहल अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया विकसित होने की संभावना को भी कम होती है. न्यूरोसाइकैट्रिक डिसीज और ट्रीटमेंट के जर्नल में बताया गया है, कि सीमित मात्रा में मदिरा का सेवन अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया से ग्रस्त होने की संभावना 23 प्रतिशत कम करता है.
  7. अल्कोहल पथरी होने के जोखिम को भी कम करता है – यह पित्त की थैली में पथरी होने के जोखिम को कम करता है. ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक, प्रति दिन दो यूनिट शराब पीने से पित्त की थैली में पथरी होने का खतरा कम होता है.
  8. डायबिटीज की संभावना भी होती है कम – डायबिटीज की संभावना कम करता है. एक डच अध्ययन के अनुसार, स्वस्थ वयस्क जो प्रति दिन एक से दो गिलास ड्रिंक करते हैं, उनमें उन लोगों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना कम होती है जो बिल्कुल नहीं पीते हैं.

शराब कितनी पीनी चाहिए, Sharab Kitni Pini Chahie 
ब्रिटिश सरकार की सलाह के अनुसार पुरुषों को हफ़्ते में 28 यूनिट से ज़्यादा शराब का सेवन नहीं करना चाहिए और महिलाओं को एक हफ़्ते में अधिकतम 21 यूनिट से ज़्यादा शराब नहीं पीनी चाहिए. पैमानों के अनुसार एक यूनिट शराब का अर्थ दस मिलीलीटर अल्कोहल होती है.

नयी सलाह के अनुसार पुरुषों के लिए एक हफ़्ते में 0 से 20 यूनिट तक शराब और महिलाओं के लिए 0 से 14 यूनिट शराब पीना सुरक्षित है अगर वो हफ़्ते में दो से तीन दिन शराब ना पिएँ अथवा गैप भी दे और ये भी धयान रखना चाहिए की अगर आप अपनी पूरी ज़िन्दगी में एक छोटा सा पैग रोज़ पीते हैं तो इसकी संभावना है कि आपकी सेहत को फिर भी नुकसान हो सकता. लेकिन अगर आप ज़्यादा शराब एक ही दिन में पीते हैं तो ज़रूरी है कि आप अपने शरीर को आराम दें.

कैसे होता है शराब से नशा, Kaise Hota Hai Nasha
जैसे ही शराब पीते है ये आपके गले में उतरते ही आपके पेट में पहुंचती है  जहां 10% एल्कोहल सोख ली जाती है. बाकी की शराब छोटी आंत में जाती हैं जहां खून की नलियों में इसे सोख लिया जाता है. हमारा लीवर 15 मिलीग्राम/प्रति घंटा शराब ही चयापचय (मेटाबॉलाइज़) कर पाता है. यानि इतनी मात्रा की मदीरा को ही ऊर्जा में बदला जा सकता है. इसके ऊपर अगर आपने पी तो शराब शरीर में जमने लगेगी और आपका शरीर नशे के संकेत देने लगेगा.

शराब पीने के बाद अच्छा क्यों लगता है, Sharab Pine Ke Baad Accha Ku Lagta Hai
शराब उन न्यूरोन्स को सक्रिय करता है जो हमें अच्छा महसूस करवाते हैं. इसे डोपामीन फील गुड न्यूरोट्रांसमीटर कहते हैं जो शराब के असर का हमें बार बार एहसास दिलाता है और हम एक और ड्रिंक के लिए भागते हैं और फिर तीन चार ड्रिंक्स के बाद यानि शरीर में 50 मिलीग्राम शराब के जमा होने के बाद तो फिर जो होता है, वही होता है. नशे के और दूसरे असर भी दिखाई पड़ने लगते हैं जैसे पैर लड़खड़ाना.

शरीर में कब तक रहती है शराब, Sharab Ka Nasha Shareer Mai Kab Tak Rehta Hai 
अगर आपने शराब यानि अल्कोहल का इस्तेमाल किया है, तो इसका पता मूत्र की जांच में चल जाता है और इसकी मौजूदगी मूत्र में 3 से 5 दिन तक रहती है. वहीं, खून में ये 10 से 12 घंटे रह जाती है जबकि बालों की अगर जांच हो, तो 90 दिनों तक शराब का असर रहता है.

खाली पेट शराब पीने के नुकसान, Khali Pet Sharab Pine Ke Nuksan
शराब तो वैसे भी सेहत के लिए हानिकारक है लेकिन खाली पेट तो यह और भी नुकसान पहुंचाती है. इसके सेवन से पेट में जलन होने लगती है, जिसकी वजह से खाना ठीक से पचता नहीं है.

क्या होता है जब आप अचानक अल्कोहल पीना बंद, Achanak Alcohol Na Pine Se Kya Hota Hai
ऐसे लोगों के लिए एकदम से शराब छोड़ना मुश्किल होता है. ज्यादा शराब पीने से याददाश्त कमजोर होती है, आंखों की मांसपेशियां कमजोर होती हैं, ब्लड प्रेशर हाई बना रहता है, डायबिटीज का खतरा रहता है, हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और कैंसर भी हो सकता है. ऐसे लोगों के मन में आत्महत्या के विचार जल्दी आते हैं.

शराब पीने से क्या नुकसान होता है, Sharab Ke Nuksan
ज्यादा शराब पीने से अल्कोहल कई अंगों पर बुरा असर डालता है और 200 से ज्यादा बीमारियां पैदा कर सकता है। मुंह और गले में अल्कोहल कफ झिल्ली को प्रभावित करता है और भोजन नलिका पर भी बुरा असर डालता है. ब्रेस्ट कैंसर और आंत के कैंसर के लिए भी अल्कोहल जिम्मेदार होता है. अल्कोहल का ज्यादा सेवन पेट में अल्सर का कारण हो सकता है.

  1. शराब हृदय स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है – शराब का नियमित सेवन कैंसर, लिवर रोग, पेप्टिक अल्सर और हृदय स्वास्थ्य के नुकसान से जोड़ा गया है. जानें, शराब पीने से आपके हृदय के स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है.उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए शराब का नियमित सेवन विशेष रूप से हानिकारक है क्योंकि यह रक्तचाप बढ़ा सकता है.महिलाओं द्वारा चार या अधिक पेय और 2 घंटे में पुरुषों द्वारा पांच या उससे अधिक पीने से दिल की हाट रिदम अनियमित हो सकती है.शराब का नियमित सेवन या बहुत अधिक शराब पीने से ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है. ट्राइग्लिसराइड्स का उच्च स्तर एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर के साथ संयुक्त होता है. यह दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है.
  2. शराब से लिवर, स्‍तन और गले का कैंसर का खतरा बढ़ जाता है – शराब में कैंसर पैदा करने वाले गुण होते हैं. रिसेर्च में ये पाया गया है कि सीधे तौर पर कैंसर का खतरा पैदा करता है. आप इसको नियमित रूप से पियें या कभी कभार, यह सिर और गले, लिवर, स्तन और कोलोरेक्टल आदि कैंसर को बढ़ावा देती है. लिवर डैमेज इसको ज्‍यादा पीने से सिरोसिस हो जाता है जिससे लिवर में घाव हो जाता है और वह ठीक से काम नहीं कर पाता. इससे इंसान की मृत्‍यु भी हो सकती है.
  3. कैल्‍शियम और विटामिन डी की कमी – शरीर, कैल्‍शियम और विटामिन डी अवशोषित नहीं कर पाता शराब पीने से हमारी आंत कमजोर हो जाती है जिससे वह कैल्‍शियम और विटामिन डी अवशोषित नहीं कर पाता. इन जरुरी मिनरल्‍स की कमी की वजह से हड्डियों पर बड़ा ही बुरा असर पड़ता है.
  4. कमजोर मासपेशियां – हृदय रोग रिसर्च के माध्‍यम से पता चला है कि ज्‍यादा शराब के सेवन से दिल की मासपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं, जिससे हृदय तक पहुंचने वाला रक्‍त सही गति से उस तक नहीं पहुंच पाता. इसके आलावा इससे हार्ट अटैक, स्‍ट्रोक और हाई बीपी भी हो सकता है.
  5. अवसाद और कमजोर दिमाग –दिमागी कमजोरी लंबे समय तक शराब के सेवन से दिमाग सोंचने-समझने तथा निर्णय लेने की क्षमता खो बैठता है. इसके अलावा डिमेंशिया नामक बीमारी हो जाती है जिसमें व्‍यक्‍ति अपनी याददाश धीरे धीरे खोने लगता है.अवसाद शराब दिमाग से निकलने वाले हार्मोन का लेवल कम कर देती है. यही वही हार्मोन होता है जो हमें अच्‍छा महसूस करवाता है. शराब कुछ देर के लिये तो मूड को बेहतर बनाती है लेकिन बाद में यह हमें अवसाद के घेरे में ढकेल देती है.
  6. नपुंसकता –नपुंसकता का खतरा अधिक मात्रा में शराब का सेवन वीर्य को नुकसान पहुंचाता है. इससे वीर्य की क्‍वालिटी घट जाती है. साथ ही इससे हार्मोन का संतुलन भी बिगड़ जाता है , जिससे शुक्राणुओं पर बुरा असर पड़ता है.
  7. पेट में सूजन – शराब एक जहरीला द्रव्‍य है. शराब से पेट के स्‍तर में सूजन और जलन होती है. दरअसल, अल्‍कोहल पेट में एसिड के उत्‍पादन को उत्‍तेजित करता है. यह एसिड ही पेट में सूजन का कारण बनता है. इससे आपको सुबह मिचली और अन्‍य समस्‍याएं उत्‍पन्‍न होती हैं. दूसरे जब आप खाली पेट शराब का सेवन करते हैं तो गैस्ट्रिक के कारण भाेजन और तरल पदार्थ लंबे समय तक इसमें पड़े रहते हैं. इससे पेट में एसिड बनने की प्रक्रिया तेज होती है. और सुबह आपका पेट खाली नहीं हो पाता और आप परेशानी महसूस करते हैं. कई बार उल्‍टी महसूस करते हैं.
  8. किडनी को नुकसान –शराब का सबसे ज्यादा असर किडनी पर पड़ता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, शराब के सेवन से दिमाग उस हार्मोन को प्रभावित करता है जो किडनियों को अधिक मात्रा में यूरिन बनाने से रोकता है. यानी शराब पीने से बार-बार पेशाब के लिए जाने की जरूरत महसूस होती है. लंबे समय तक ऐसी स्थिति रहे तो किडनी खराब हो सकती है.
  9. एसिडिटी और पाचन की समस्या – शराब का असर पाचन पर पड़ता है. ज्यादा शराब पीने से एसिडिटी की समस्या होती है. क्योंकि अल्कोहल से पेट की अंदरूनी दीवार पर असर पड़ता है.पेट की इन्हीं अंदरूनी दीवारों से पाचक रस निकलता है. जब यह पाचक रस और अल्कोहल मिलता है तो एसिडिटी होती है.
  10. शरीर में Vitamin B12 कम बनेगा –B12 तंत्रिकाओं और रक्त कोशिकाओं को स्‍वस्‍थ रखने का काम करता है। यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और न‌र्व्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है. शराब B12 के लेवल को घटा देती है और उसका कम निर्माण करती है. इससे पुरुषों में इन्फर्टिलिटी या सेक्सुअल डिस्फंक्शन की भी समस्या हो सकती है.
  11. घर और समाज के लिए भी समस्या – शराब, हिंसक अपराध के मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.वाहन दुर्घटनाओं में हर साल हज़ारों लोग मारे जाते हैं जिसमें शराब की अहम भूमिका होती है. यहां तक कि सीमित मात्रा में भी इसके सेवन से नींद पर प्रभाव पड़ता है.परिवार के किसी सदस्य को नशे की लत होने से भी यह आदत लग सकती है.